पाकिस्तान की नादानी के चलते,
भारत सैन्य कार्यवाही को मजबूर हुआ.
ध्वस्त हुए दहशतगर्दों के ठिकाने,
उसका हौसला चकनाचूर हुआ.
निस्संदेह आज जो कुछ भी हुआ,
वो पाक के दुष्कर्मों का फल है.
पर इससे ये नहीं समझना चाहिए
के युद्ध ही इस समस्या का हल है.
पूरे विश्व में आतंकियों के विरुद्ध,
एक बहुत बड़ी क्रांति हो.
न युद्ध हो कहीं-न अश्रु बहें किसी के,
संसार में शाश्वत शान्ति हो.
✍ए.के. नेताम
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