शनिवार, 26 अगस्त 2017

||बच के रहना रे ''बाबा''||

डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को हरियाणा के स्पेशल सीबीआई कोर्ट ने दुष्कर्म का दोषी माना है.अगली सुनवाई तक के लिए उसे पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है.कोर्ट की अगली सुनवाई 28 अगस्त को होगी.कोर्ट के फैसले से उसके समर्थक बौखलाए हुए हैं.हरियाणा और पंजाब में उनके समर्थकों द्वारा फैलाए गए हिंसा की आग में कम से कम 29 लोगों के मारे जाने की खबर है.आखिर धारा 144 लागू होने के बावजूद लोगों की इतनी भीड़ कैसे इकट्ठी हो गई.हिंसा की घटनाओं के चलते 26 अगस्त को पंजाब के कई ज़िलों में स्कूल और कॉलेजों को बंद रखने के लिए कहा गया है. राजस्थान के गंगानगर ज़िले में इंटरनेट सेवाएं बंद की गई हैं.
दिल्ली मेट्रो को भी अलर्ट पर रखा गया है.
लोगों का अंध भक्त होना देश के लिए बहुत ही दुखद और चिन्तनीय  है.

वैसे गुरमीत राम रहीम पर समय-समय पर विवादों का साया मँडराता ही रहा है.उस पर दर्जनों केस दर्ज हैं.
कुछ साल पहले किकू शर्मा को उनकी नकल उतारने के कारण उनके समर्थकों ने उन्हें धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाकर जेल की हवा खिलाई थी.
अपनी एक फिल्म MSG-2 के एक सँवाद पर जिसमें कहा गया था कि "आदिवासी इन्सान नहीं शैतान होते हैं, शैतान."पर छत्तीसगढ़ समेत कई राज्यों के आदिवासियों ने विरोध प्रदर्शित करते हुए उसके फिल्म का बहिष्कार किया था.

हम किसी का वेश भूषा मात्र देखकर एकदम उसका विश्वास न कर लें.हाल ही में मैंने फेसबुक पर एक वीडियो देखा था.जिसमें एक मुस्लिम महिला रात को एक व्यक्ति से लिफ्ट मांगती है.लड़की के गंतव्य तक पहुंच जाने के बाद मोटरसाइकिल चालक पूछता है-"बहन आपने मुझसे ही लिफ्ट क्यों मांगा? जबकि रास्ते पर तो और कई गुजर रहे थे?"
लड़की कहती है-"भैया आपकी गाड़ी में लिखा हुआ है-जय श्री राम,और राम के भक्त कभी किसी को धोखा नहीं देते."

संदेश बुरा नहीं था,लेकिन कोई अच्छा है या बुरा,ये उसके माथे पर नहीं लिखा होता.हमें अपने विवेक का उपयोग करके ही अपने पथ पर आगे बढ़ना होता है.इसलिए हमें चाहिए कि हम अपनी बुद्धि का प्रयोग अवश्य करें.

जो ज्ञान की बड़ी-बड़ी बातें करते हैं,वही आज पाप के कीचड़ में आकंठ डूबे हुए हैं.आज के समय में व्यक्ति भरोसा करे तो आखिर  किस पर.ऐसे पाखंडी बाबाओं से लोगों का विश्वास ही उठ गया है.आइए हम सब धार्मिकता का चोला पहने अस्मत के इन लुटेरों,इन्सानी शरीर में छिपे शैतानों और तथाकथित संतों से बचकर रहें.

राम नाम की आड़ में धन और इज्जत के लुटेरों में फिलहाल तो आशाराम,रामपाल और अब राम रहीम का नाम इस फेहरिस्त में जुड़ गया है.अगर और कोई बाबा ऐसे बुरे कार्यों में लिप्त हैं तो उनके लिए हम यही गा सकते हैं-''बचके रहना रे बाबा,बचके रहना रे.बचके रहना रे बाबा,तुझ पे नजर है."

✍अशोक नेताम "बस्तरिया"

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