रविवार, 18 जून 2017

||किशलय इधर आ||

किशलय इधर आ.
एक किताब ला.
अ-आ,इ-ई  पढ.
भाई से न झगड़.
जीवन है अनमोल.
कहो मीठे बोल.
अच्छे करम कर.
न किसी से डर.
कहा बड़ों का  मान.
सबको अपना जान.
झूठ कभी भी न कहना.
सबसे तुम,मिलके रहना.
प्रेम करे जो,वो है मानव.
नफरत करे,कहलाए दानव.
नित सुबह,उठने के बाद.
करो सदा,ईश्वर को याद.
अवगुणों के कभी,निकट न जाना.
जो भी मिले,सब बाँटके खाना.
कर जाओ कुछ ऐसा काम.
कि हर कोई ले तुम्हारा नाम.

✍अशोक नेताम"बस्तरिया"
📞9407914158

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