हां ये सच है कि मेरे पास है,
एक घातक हथियार.
जिससे है मुझे,
बहुत अधिक प्यार.
न छोड़ता कभी संग मेरा,
जैसे हो कोई सच्चा यार.
है जिसमें जैसे,
कोई अलग ही धार.
जो निकल जाती है सीधे,
हृदय के पार.
जिसके आगे,
हर शैतान बेबस-लाचार.
ये न तो तीर है,
और न ही है तलवार.
पर खाली नहीं जाता,
कभी इसका वार.
किया जा सकता इससे,
कईयों का सिर भी कलम.
हां वास्तव में है,
शक्तिशाली इतना कलम.
✍अशोक नेताम"बस्तरिया"
📞9407914158
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