गुरुवार, 23 मार्च 2017

आमि काय पाट कुति रवाँ?(हल्बी चिंतन)

आमि बस्तर चो लोग खपरा चो घर ने,नन्दी धड़ी,आरु रूक साँय ने रतो बीता मन आँव.पुरखति दाँय ले रुख-राई ले मिरतो तीज मन ले आपलो जीवना चलाउँसे.
सरगी,महु,चार,टेमरु,जाम.साहजा,सिवना,कर्रा,कहू आउर कितरोय परकार चो रुख मन आमचो संगवारी आत.
घरे बले कुकड़ी,हांसा,गाय-बैला,बोकड़ी,भैंसा,कुकुर ए पसुमन के पोसुन्से.माने कि आमि परकिरति चो दीलो तीज ने आपलो बसर करुन्से.हुनि काजे आमचो जीवना हरिक-उदिम ने चलेसे.आमके काईं तीज चो चिंता-फिकर नी हाय.

मांतर आजि जो  जुग उनति-बाड़ती आउर  कल-कारखाना चो आय.आजि आमि जे बाट  दखुन्से हुन बाटे बिकास होते दखा दयेसे.खेती-किसानी हव कि काँई आउर,सब बाटे एक ठान नवा बदलाव दखा दयेसे.
आजि जेबे सबाय बाट,लोग मन बिकास चो नवा-नवा कहानी लिखसोत,लेकीमन लेकामन संग काँध ले काँध मिसाउन मिहनत-मसागत करसोत.किसान मन फसल उपजातो नवा-नवा जतन करसोत.

आमि काय पाटकुति रवाँ?
आमि काय बिकास नी करुँ गुने?
काय आमि आउर लोग मन असन आगे बड़ुक नी सकूँ?

इया अइ गोठ उपरे बिचार करुँ.

सबले पहिल तो ये सत्तय गोठ आय कि मनुक जीवना अमोल आय बललो ने एचो मोल करुक नी होय.अइ गोठ के बिचार करुन आमके आपलो जमाय काम -बूता के निको बनाउक पड़ेदे.

आमि बस्तरिया लोग चो उनति बाड़ती चो बाट ने सबले बड़े काटा आय नसापानी.नसा कएक तीज चो नसा.
जसन लोग मन मँद,सल्फी,गुड़ाखु,बीड़ी,सुरती,सिगरेट
अउर कइ परकार चोनसा करसोत.
लोगबाग तो बलसोत चे कि नसापानी ने काय खराबी आसे गुने?बड़े-बड़े साहाब मन पीवसेत बे,हुनमन के तो कोनी काँई नी बलोत.

मान्तर सुना तुमी,भाई-बहिन मचो,
कि नसा कसनै हिसाब ने बले आमचो जीवना काजे नीको नुहाय.नसा आमचो देंह के कमजोर बनायसे,घर-परिवार ने झगड़ा उपजायसे,आमचो धन के खायसे अउर समाज ने आमचो इजत के बले कम करेसे.
तो हुनी काजे दादा दीदी मन आमके आपलो परिवार,समाज,गाँव,देस चो बाड़ती काजे नसा के छाँडुक चे पड़ेदे.

ए तो होली छांडतो गोठ मांतर छांडतो संगे-संग आम के कांई तीज के धरुक बले पड़ेगे,अउर हुन धरतो बीती तीज आए सिक्छा,बललो ने गियान.आजि आमि नी पड़लो-लिखलो काजे पिछड़लुँसे.आउर देस,आउर राज बिता मन हमचो ले कितरोय आगे बड़ला.कसन ने?काय काज कि हुन मन सिक्छा चो बाट के धरला.

जेबे आमचो घर-घर ने  सिक्छा चो परचार-परसार होयदे, माइ-पिला,डोकरा-ढाकरी जमाय पड़ुक लिखुक सीखदे,आपलो हक
आउर,आपलो महत्व के जानदे,खेती-किसानी चो नवा-नवा तकनीक सीखदे,जमाय लोग मिलन-जुलुन आपलो परिवार,आपलो गांव और आप लोग देस चो उनति बाड़ति काजे पूरे डाहका फेकदे,अउर नसा राकसा चो संग के छांडदे नइ,हुनि दिन ले आमचो जीवना अउर बले नंगत होते जायदे.
सत्तय आय कि नुहाय?

✍अशोक कुमार नेताम "बस्तरिया"
Email:-kerawahiakn86@gmail.com
📞9407914158

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